अनजान की जान बचाने के लिए महादान
18 जून, 2016
मुरादाबाद। विश्व रक्तदाता दिवस के मौके पर अमर उजाला फाउंडेशन की ओर से शनिवार 18 जून को मंडल में लगाए गए रक्तदान शिविर में रक्तदाताओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। किसी अंजान की जान बचाने के लिए अपना खून देकर मंडल में 453 लोग महादानी बने। खून देने वालों में युवा बुजुर्ग और महिलाएं शामिल रहीं। सबसे अधिक 185 यूनिट ब्लड मुरादाबाद में डोनेट किया गया। जबकि संभल में 168 यूनिट ब्लड कलेक्ट किया गया। अमरोहा में 61 और रामपुर में 39 रक्तदाताओं ने ब्लड दिया।
जिला अस्पताल मुरादाबाद में आयोजित रक्तदान शिविर का उद्घाटन एसएसपी नितिन तिवारी ने किया। यहां सुबह दस बजे से ही रक्तदाताओं की भीड़ जुटने शुरू हो गई। यही हाल संभल, चंदौसी, अमरोहा, गजरौला और रामपुर का रहा। रजिस्ट्रेशन के लिए काउंटर पर डोनर की लंबी कतार लगी रही। रक्तदान के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं और कर्मचारी संगठनों के अलावा युवा, बुजुर्ग और महिलाएं उत्साहित दिखी।
बीमार थे फिर भी पहुंचे खून देने
मुरादाबाद। शिविर में कुछ ऐसे भी रक्तदाता पहुंचे थे, जो बीमार थे। बावजूद इसके दूसरों की जान बचाने के लिए शिविर में खून देने पहुंचे। लेकिन डाक्टरों ने सेहत का हवाला देते हुए ऐसे रक्तदाओं को खून देने से मना कर दिया। इससे उत्साहित ये रक्तदाता मायूस हो गए।
महादानी बनने से रह गई तान्या
मुरादाबाद आशियाना कालोनी निवासी मनमोहन अपनी बेटी तान्या पटवांग के साथ रक्तदान करने पहुंचे। पिता से ज्यादा बेटी रक्तदान के लिए उत्साहित दिखी। लेकिन महादानी बनने की राह में उसकी उम्र बांधा बन गई। डाक्टरों ने ब्लड डोनेट के लिए उम्र कम बताकर उसका रजिस्ट्रेशन करने से इंकार कर दिया, जिससे वह मायूस हो गई।
25वीं बार रक्तदान करने पहुंचे मोहित
मुरादाबाद। शिविर में कुछ ऐसे ब्लड डोनर भी पहुंचे जो रेगूलर डोनर थे। उन्होंने भी इस शिविर उत्साह के साथ रक्तदान किया। हरथला कालोनी निवासी मोहित कृष्ण वर्मा ने 25 वीं बार रक्तदान किया। कहा कि किसी अंजान की जान बचाने के लिए रक्तदान करना उन्हें अच्छा लगता है।
एनसीसी कैडेट्स ने दिखाया जोश
मुरादाबाद। नवीं यूपी गर्ल्स बटालियन एनसीसी की कैडेट ने रक्तदान शिविर में भी उत्साह दिखाया। आईएफटीएम यूनिवर्सिटी में चल रहे कैंप से 22 गर्ल्स कैडेट ब्लड डोनेशन कैंप में पहुंची।
 
						
						
