छात्रों को साइबर क्राइम से बचने की जानकारी मिली
शनिवार,07 मई गोरखपूर। अमर उजाला फांउडेशन के सेंट जोसेफ स्कूल में आयोजित की पुलिस की पाठशाला, युवाओं ने जिज्ञासा भरे सवालों की झडी लगाई
महराजगंज। जिले के आला पुलिस अधिकारी शनिवार,07 मई को छात्रों से मुखातिब थे। यह अवसर दिया था पुलिस की पाठशाला के माध्यम से अमर उजाला फांउडेशन ने। सेंट जोसेफ स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में नागरिक पुलिस और यातायाता पुलिस के अधिकारियों ने बच्चों को यातायात नियमों और साइबर क्राइम से बचने के कई महत्वपूर्ण उपाय बताए। विधार्थियों ने भी इस अवसर पर पुलिस अधिकारियों से नियमों और कानून के बारे में जानने की कोशिश की जिसको अधिकारियों ने बखूबी बच्चों को बताया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि एएसपी हरगोविंद ने किया । उन्होंने कहा कि छात्र ही देश के भविष्य को उज्जवल कर सकते हैं। इसलिए यह आवश्य़क हो जाता है कि यातायात और साइबर नियमों के बारे में छात्र जागरुक रहें। बच्चों ने इस दौरान कई सवाल पूछे ।जिसका एएसपी ने बखूबी जबाब दिया। प्राची यादव ने पूछा कि एक नियमित उम्र में ही क्यों वाहन चलाने के लिए लाइसेंस दिए जाते हैं।इसका उतर देते हुए उन्होंने कहा कि वाहन चलाने के लिए नियम जानना आवश्यक होता है। पल्लवी पटेल ने कहा कि आपातकाल में अगर कोई बच्चा वाहन चलाता है तो क्या उसे अपराधी समझा जाएगा। इस पर एएसपी ने कहा कि पहले तो वास्तविकता जानने का प्रयास किया जाएगा लेकिन ऐसा नही हैं कि आपातकालीन स्थिति में वाहन चलाने पर कोई अपराधी हो जाएगा इस दौरान अस्मित पटेल, तृशा खातून, स्वर्णलता यादव सहित कई छात्र-छात्राओं ने सवाल किए। यातायात प्रभारी केएन शाही ने कहा कि पुलिस नागरिकों की सुरक्षा के लिए ही है लेक्नि नागरिकों का भी कर्तव्य बनता है कि यातायात नियमों का पालन करें। सबसे पहले तो सड़क पर चलते हुए सड़क के बायीं तरफ चले। बाइक पर दो से अधिक लोग ना बैठें। साथ ही बाइक पर चलते समय हेलमेट पहनना आवश्यक होता है। इससे न केवल यातायात के नियमों का पालन होता है बल्कि स्वय की सुरक्षा भी होती है महिला थाना प्रभारी शीला यादव ने कहा कि तमाम हेल्पलाइन है। इन पर किसी भी प्रकार की समस्या होने पर कॉल किया जा सकता है। वूमेन पॉवर हेल्पलाइन और कंट्रोल रुम का नंबर काफी उपयोगी है। एलआईयू इंस्पेक्टर ओपी सिहं ने बच्चों की तमाम जिज्ञासाओं को शांत करते हुए कहा कि हमारी जागरुकता ही हमारी सबसे बड़ी सुरक्षा है। सभी लोगों को साइबर क्राइम के बारे में जानकारी होनी चाहिए और सभी अधिकारियों ने अमर उजाला फाउंडेशन के इस प्रयास को सराहा।
 
						
						

