बदलें सोच, आपकी मदद के लिए है पुलिस

बुधवार,27अप्रैल,

इलाहाबाद। पुलिस आपकी मदद के लिए है, कोई समस्या हो तो पुलिस से मदद मांगें। पुलिस के बारे में बनी नकारात्मक धारणा को खत्म कर बदलाव की दिशा में आगे बढ़ें। ‘अमर उजाला फाउंडेशन’ की ओर से बुधवार को टैगोर पब्लिक स्कूल में आयोजित ‘पुलिस की पाठशाला’ के दौरान पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) इलाहाबाद जोन आरके चतुर्वेदी ने विद्यार्थियों को प्रदेश में पुलिस विभाग के ढांचे और कार्य पद्धति के बारे में जानकारी दी। कहा, पुलिस की आंख, कान, नाक बनें, तभी समाज में शांति व्यवस्था कायम होगी।

आमतौर पर देखा जाता है कि घरों में छोटे बच्चों के गलती करने, खाना नहीं खाने, बात नहीं मानने पर लोग पुलिस का डर दिलाते हैं। इससे बचपन से ही बच्चों में पुलिस के प्रति डर घर कर जाता है। हमें चाहिए कि पुलिस की छवि मददगार के रूप में प्रस्तुत की जाए। ट्रैफिक चौराहों पर लालबत्ती होने के बाद भी जैसे ही हम देखते हैं कि पुलिस नहीं है, चौराहा पार करने लगते हैं, यह गलत है। पुलिस की मदद करेंगे तो सड़क पर चलना आसान होगा।

इस दौरान प्रधानाचार्या कावेरी अधिकारी ने स्कूल छूटने और खुलने केसमय ट्रैफिक जाम होने की समस्या बताई। जिसके जवाब में आईजी ने स्कूल के समय ट्रैफिक सिपाही की व्यवस्था करने की बात कही। बाद में प्रधानाचार्या ने स्मृति चिह्न देकर आईजी जोन आरके चतुर्वेदी को सम्मानित किया। इससे पहले आईजी ने अमर उजाला की ओर से छात्रों को जागरूक करने के लिए आयोजित पुलिस की पाठशाला की सराहना की।

डायल 100 का नेटवर्क जल्द

आईजी इलाहाबाद जोन आरके चतुर्वेदी ने डायल 100 और डायल 1090 के बारे में भी जानकारी दी। कहा, डायल 100 के लिए प्रदेश भर में एक पूरा नेटवर्क तैयार हो रहा है। इसके जरिए प्रदेश की राजधानी में बैठकर इलाहाबाद के किसी मोहल्ले में होने वाली घटना की शिकायत किए जाने पर मॉनीटरिंग हो सकेगी। यह व्यवस्था जल्द से जल्द लागू हो जाएगी। इसी तरह महिलाओं, छात्राओं के लिए शुरू की गई डायल 1090 सेवा का भी असर दिख रहा है। इसके तहत अब तक पांच लाख से अधिक शिकायतें आई हैं, जिसमें से 96 फीसदी का निपटारा हो चुका है। खास यह कि इस नंबर पर महिला सिपाही ही काल रीसिव करेगी और आपकी पहचान पूरी तरह से गोपनीय रहेगी। उन्होंने प्रधानाचार्या से छात्राओं के लिए 1090 पर कार्यशाला कराने की सलाह दी। पूरे प्रदेश में साइबर से जुड़े अपराधों के लिए लखनऊ एवं आगरा में एक-एक थाने स्थापित हो चुके हैं। यह व्यवस्था जल्द ही प्रदेश के हर जिले में शुरू की जाएगी।