अमर उजाला फाउंडेशन की पहल पर आगे आए रक्तदाता
02-03-2016
मथुरा
  बस एक संकल्प! रक्त की कमी से हम किसी की जिंदगी नहीं जाने देंगे। ब्लड बैंक में रक्त की कमी की खबर पर रक्तदाता कतारबद्ध हो गए। महर्षि दयानंद अस्पताल में अमर उजाला फाउंडेशन के बैनर तले लायंस क्लब आफ मथुरा रेशनल के सदस्यों ने रक्तदान किया। इस दौरान कई अन्य लोग भी प्रेरित होकर रक्तदान के लिए पहुंचे। शिविर में 49 लोगों ने रक्तदान किया।
मंगलवार को सुबह से ही महर्षि दयानंद अस्पताल की ब्लड बैंक में रक्तदाताओं के रजिस्ट्रेशन का काम शुरू हो गया। शिविर में पहुंचे मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. केपी गर्ग ने इसे मानवता के लिए सराहनीय पहल बताया। ब्लड बैंक की काउंसलर सुशीला शर्मा, वरिष्ठ लैब टेक्नीशियन आरके चूड़ामणि, पवन गौतम, हेमंत रावत, हरेंद्र आदि ने रक्तदान की प्रक्रिया को पूर्ण कराया।
‘महादान’ के लिए लगी कतार, 49 यूनिट का संग्रह
इन्होंने भी किया रक्तदान
कुश अग्रवाल, गौरव अग्रवाल, दिलीप, पिंकल वर्मा, राहुल बंसल, चंद्रशेखर, गिरीश अग्रवाल, संदेश मित्तल, प्रियंका मित्तल, नितिन चौधरी, गोविंद अग्रवाल, अमित मित्तल, मनोज, विनीत अग्रवाल, नेहा अग्रवाल, अमित अग्रवाल, मयूर अग्रवाल, अमर अग्रवाल, नितिन अग्रवाल, नितिन बंसल, नीरज तायल, अमित, जितेंद्र अग्रवाल, कपिल पीएलए, कौशल अग्रवाल, विकास अग्रवाल, सौरभ अग्रवाल, आशीष गर्ग, राजीव बंसल, कुश निधी, माधव अग्रवाल, अनूप अग्रवाल, राजकुमारी, मोहन यादव, राधा रावत, संचय, धरमवीर सिंह, संजीव सिंह, मनोज कुमार, नवल किशोर शर्मा, राकेश शर्मा, रनवीर सिंह।
रक्तदान के बाद अंजली अग्रवाल ने कहा कि रक्त की कमी को पूरा करने के लिए विज्ञान भी खुद को असहाय मानता है, ऐसे में हर इंसान को इसके लिए आगे आना चाहिए।
पहली बार रक्त का दान करने के बाद खुशबू बोलीं कि किसी की जिंदगी बचाने में अपनी भूमिका अदा करने के बाद जो खुशी मिलती है वो अनमोल है।
‘महादान’ करने वाले अमित ने कहा कि जब रक्त का कोई विकल्प ही नहीं है तो युवा शक्ति को इस नेक कार्य के लिए आगे आना चाहिए।
दुर्गेश अग्रवाल भी रक्तदान करने के बाद खुश नजर आए। बोले कि वो कई दिन से रक्तदान शिविर का प्रचार कर रहे थे। ताकि अधिक से अधिक लोग रक्तदान करें।
विपिन ग्रे बोले कि रक्त की कमी से किसी व्यक्ति की मौत सभ्य समाज के लिए कलंक की तरह है। असमय मौत को रोकने के लिए युवाओं को रक्तदान के लिए आगे आना चाहिए।
•महर्षि दयानंद अस्पताल की ब्लड बैंक में लगाया गया शिविर
पहली बार रक्तदान करने पहुंची आरती अग्रवाल के मन में कई सवाल थे। कैंप में पहुंचने के बाद हिम्मत जुटाई और रक्तदान कर दिया। इसके बाद उनके चेहरे की खुशी देखने लायक थी।
निशु गोयल ने भी पहली बार रक्तदान किया। रक्त का दान करने के बाद लोगों की जिंदगी बचाने की खुशी उनके चेहरे पर थी। बोलीं कि अब क्लब के हर शिविर में रक्तदान करेंगी।
रक्तदान करने पहुंची दिव्या को काउंसलर ने बताया कि एक यूनिट रक्त से चार लोगों की जिंदगी बच सकती है। उन्होंने रक्तदान तो किया ही, इस संबंध में जागरूकता लाने का संकल्प भी लिया।
 
						
						
