सोशल मीडिया पर हुई कार्यशाला में आईजी ने पुलिस को दिए टिप्स
कानपुर। हाइटेक होते अपराधियों से पार पाने के लिए आईजी आशुतोष पांडे ने पुलिस के भी हाईटेक होने पर जोर दिया है। शनिवार को पुलिस लाइन में सोशल मीडिया पर हुई कार्यशाला में आईजी ने कहा कि पुलिस ज्यादा से ज्यादा लोगों को सोशल साइट्स से जोड़े ताकि लोग निडर होकर अपनी शिकायतें करें और अपराधों की जानकारी दें। इस दौरान आईजी ने पुलिस को व्हाट्सएप, फेसबुक सहित अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से पब्लिक से सीधे जुड़ने के टिप्स भी दिए।
कार्यशाला में जोन के सभी थानों से इंटरनेट फ्रेंडली दो-दो सिपाही बुलाए गए। वर्कशॉप में मौजूद 230 सिपाहियों और 50 दरोगाओं से आईजी ने कहा कि हाईटेक अपराधियों से निपटने के लिए यह आयोजन किया गया है। कहा कि सोशल साइट्स से पब्लिक पुलिस के संपर्क में रहेगी। नए तरीकों से हो रहे अपराधों के बारे में लोगों को जागरूक करेगी। प्रशिक्षण के दौरान सिपाहियों ने आईजी से सवाल भी किए।
हाईटेक मुखबिरी
आईजी ने कहा कि व्हाट्सएप, फेसबुक के माध्यम से लोग आसपास होने वाली संदिग्ध गतिविधियों के बारे में सूचना भी देंगे। सूचना देने वाले का नाम पुलिस पूरी तरह से गोपनीय रखकर कार्रवाई करेगी।
स्कूल- कॉलेज में भी लगेगी पुलिस की चौपाल
आईजी ने कहा कि पुलिस का नाम जेहन में आते ही लोग दूर भागने लगते हैं। हमें अपनी इस छवि को साफ सुथरी बनाने के लिए स्कूल-कॉलेज में चौपाल लगानी होगी। इससे युवाओं को भी सोशल साइट्स से भी सीधे जोड़ा जा सकता है।
पुलिस को सोशल मीडिया से जोड़कर स्मार्ट पुलिसिंग के लिए कवायद की जा रही है। ताकि लोग सीधे पुलिस के संपर्क में रहें। इससे पुलिस और जनता दोनों को राहत मिलेगी।
आशुतोष पांडेय, आईजी जोन
 
						
						