काले अतीत से निकलने की कोशिश में पद्मा
नई दिल्ली। जयपुर की पद्मा के लिए बीते तीन साल किसी किताब के उन काले पन्नों की तरह रहे, जिन पर लिखी इबारत पढ़ी नहीं जा सकती। पद्मा के शब्दों में, ‘इन वर्षों में करियर, परिवार, सब कुछ बिखर गया। पद्मा जासुजानी की जगह मैं एक तेजाब पीड़ित होकर रह गई थी, पर अब मैं... Read More
			
					 
						
						