अमर उजाला फाउंडेशन के कार्यक्रम में पहुंचीं एवरेस्ट विजेता
बृहस्पतिवार,28 अप्रैल, नोएडा। तनाव भी जीवन का हिस्सा है, लेकिन इसे कभी खुद पर हावी होने नहीं दीजिए, आप तनाव पर हावी हो जाइए। फिर देखिए कमाल, आपको हर वह मंजिल मिलेगी, जिसकी कामना आपने की है। विद्यार्थी जीवन में बहुत सी परेशानियां आएंगी, इनसे घबराना नहीं। इनका डटकर मुकाबला करना। यह कहना है पूर्व स्क्वाड्रन लीडर व माउंट एवरेस्ट विजेता तूलिका रानी का।
बृहस्पतिवार को ‘अमर उजाला फाउंडेशन’ की ओर से सेक्टर-49 स्थित द एसडी विद्या स्कूल नोएडा में ‘मानसिक और शारीरिक तनाव का प्रबंधन’ विषय पर आयोजित कार्यक्रम में तूलिका ने अपने जीवन के अनुभवों के माध्यम से विद्यार्थियों को तनाव मुक्त रहने के टिप्स दिए। उन्होंने कहा कि जीवन में सफलता उसी को मिलती है जो जोखिम उठाता है। अगर मैंने पर्वतारोही बनने का फैसला नहीं लिया होता तो आज मैं आपके बीच नहीं होती। लक्ष्य को पहचानकर अगर आगे बढ़ोगे तो सफलता निश्चित मिलेगी। जीवन में बहुत बाधाएं आती हैं, लेकिन उनका सामना करना चाहिए। अपने अंदर आत्मविश्वास पैदा किया जाए तो बड़ी से बड़ी बाधा भी दूर हो जाती है। उन्होंने माउंट एवरेस्ट की कहानी को प्रेजेंटेशन के माध्यम से दिखाया। 2009 में पर्वतारोहण की ट्रेनिंग, इसके बाद फिजिकल और मेंटल एक्सरसाइज की। 2011 में एयरफोर्स ने एक महिला दल बनाया, जिसे माउंट एवरेस्ट को फतह करना था। वे इसमें सफल नहीं हो पाईं। लेकिन 2012 में सफलता हासिल की।
एवरेस्ट के बाद ईरान और अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची 5895 मीटर किलिमंजारो चोटी को फतह किया। अब अगला लक्ष्य 8201 मीटर ऊंची चोटी को छूना उनका लक्ष्य है। इस दौरान स्कूल की प्रिंसिपल भावना मलिक समेत टीचर भी मौजूद रहे।
aबच्चों के सवाल, तूलिका के जवाबः बच्चों ने तूलिका से पूछा कि जब दूसरी बार आपने एवरेस्ट जाने की बात की तो अभिभावकों की क्या प्रतिक्रिया थी। उन्होंने कहा कि उन्हें मेरे मजबूत इरादों का पता था। अभिभावकों का पूरा सहयोग मिला। कार्यक्रम में बच्चों ने तूलिका को घेरकर ऑटोग्राफ भी लिए।
 
						
						